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Parashurama Avatar (Warrior incarnation) - भगवान विष्णु के परशुराम अवतार (योद्धा अवतार):




परशुराम हिंदू पौराणिक कथाओं में भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं। उन्हें एक योद्धा ऋषि के रूप में जाना जाता है और माना जाता है कि वे त्रेता युग के दौरान रहते थे। परशुराम फरसे से जुड़े हैं, जिसे उन्होंने बड़ी कुशलता से चलाया और युद्ध कला के भी एक महान शिक्षक थे।


पौराणिक कथा के अनुसार, परशुराम का जन्म ऋषि जमदग्नि और उनकी पत्नी रेणुका के पुत्र के रूप में हुआ था। वह एक महान योद्धा के रूप में बड़ा हुआ और अपने पिता द्वारा शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया।


एक दिन, भूमि के राजा कार्तवीर्य अर्जुन ने ऋषि के आश्रम का दौरा किया और ऋषि की दिव्य गाय को चुरा लिया। परशुराम ने चोरी के इस कृत्य से क्रोधित होकर राजा और उसकी सेना को मार डाला।


इस घटना के कारण परशुराम और क्षत्रिय राजाओं के बीच कई संघर्ष हुए, और कहा जाता है कि उन्होंने दुनिया को उनके अत्याचार से छुटकारा दिलाया।


परशुराम धर्म के संरक्षण से भी जुड़े हुए हैं और कहा जाता है कि उन्होंने धार्मिकता की खोज में कई संतों और संतों की मदद की। ऐसा माना जाता है कि उन्होंने कई आश्रमों की स्थापना की और भीष्म, द्रोण और कर्ण सहित कई शिष्यों को युद्ध कला सिखाई।


परशुराम जयंती, परशुराम की जयंती, पूरे विश्व में हिंदुओं द्वारा बड़ी भक्ति और उत्साह के साथ मनाई जाती है। उनकी कहानी हिंदू पौराणिक कथाओं का एक अभिन्न अंग है और उन लोगों के लिए प्रेरणा का काम करती है जो धार्मिकता को बनाए रखने और निर्दोषों की रक्षा करना चाहते हैं।




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